कार्यशालाएँ एवं प्रशिक्षण
केंद्रीय विद्यालय संगठन अपने शिक्षकों, कर्मचारियों और अधिकारियों के लिए विभिन्न प्रशिक्षण और कार्यशालाओं का आयोजन करता है ताकि उनकी पेशेवर क्षमताओं को बढ़ाया जा सके। एक से पाँच दिनों की कार्यशालाएँ पाठ्यक्रम विकास, मूल्यांकन तकनीकों और कक्षा प्रबंधन पर केंद्रित होती हैं। लघु अवधि पाठ्यक्रम सतत् व्यावसायिक विकास में सहायक होते हैं, जबकि इन-सर्विस पाठ्यक्रम इक्कीस से बाईस दिनों तक चलते हैं। रिफ्रेशर पाठ्यक्रम तीन से पाँच दिनों और ओरिएंटेशन पाठ्यक्रम तीन दिनों के होते हैं, जबकि नई भर्ती के लिए इंडक्शन पाठ्यक्रम सात से दस दिनों तक चलता है। विषय-विशेष प्रशिक्षण सत्र भी आयोजित किए जाते हैं। केंद्रीय विद्यालय संगठन शिक्षकों को राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद तथा केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा संचालित पाठ्यक्रमों, कार्यशालाओं और मॉड्यूल में भाग लेने के लिए भी प्रोत्साहित करता है।